महाकुंभ 2025 के दौरान इन तिथियों पर स्नान का विशेष महत्व है।t

मकर संक्रांति (14 जनवरी)

मकर संक्रांति के दिन स्नान से जीवन में शुभता और सुख की प्राप्ति होती है।

पौष पूर्णिमा (25 जनवरी)

पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

मौनी अमावस्या (9 फरवरी)

मौनी अमावस्या पर मौन रहकर स्नान करने से मोक्ष का मार्ग मिलता है।

वसंत पंचमी (13 फरवरी)

इस दिन का स्नान आपकी आध्यात्मिक शक्ति को बढ़ाता है।

महाशिवरात्रि (26 फरवरी)

महाशिवरात्रि के दिन शिव की पूजा और स्नान विशेष पुण्य प्रदान करते हैं।

महाकुंभ के इन शुभ दिनों का लाभ उठाएं और जीवन को धन्य बनाएं।