हनुमान वडवानल स्तोत्र एक शक्तिशाली प्रार्थना है, जो भगवान हनुमान को समर्पित है। आप चाहे भारत वर्ष में रह रहे हो या किसी और देश में आप इस स्स्तोत्र से हनुमान भगवान का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते है। हनुमान जी को हिंदू धर्म में शक्ति, साहस और भगवान राम के प्रति अडिग भक्ति के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। जिस प्रकार हम भक्तों के लिए हनुमान चालीसा जरूरी है उसी प्रकार यह स्तोत्र हनुमान जी की दिव्य ऊर्जा को आह्वान करता है, जिससे सुरक्षा, शक्ति और बाधाओं का नाश होता है। आज के इस ब्लॉग में, हम सनातन ज्ञान पर हनुमान वडवानल स्तोत्र के अर्थ, लाभ और इसे अपनी दैनिक पूजा में कैसे शामिल करें, इस पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
हनुमान वडवानल स्तोत्र क्या है? (What is Hanuman Vadvanal Stotra)
हनुमान वडवानल स्तोत्र एक भक्ति गीत है जो भगवान हनुमान के शक्तिशाली रूप को पुकारता है। “वडवानल” का अर्थ है “जलती हुई आग” (संस्कृत में वद मतलब “जलाना” और अनल मतलब “आग” स्त्रोत)। यह आग की तरह प्रतीकात्मक रूप से हनुमान जी की ऊर्जा को दर्शाता है, जो हर प्रकार की नकारात्मकता और बुराई को नष्ट कर देती है। इस स्तोत्र के माध्यम से हनुमान जी से सुरक्षा, समृद्धि और बाधाओं का नाश की प्रार्थना की जाती है।
हनुमान वडवानल स्तोत्र आमतौर पर हनुमान मंदिरों में उच्चारित किया जाता है और इसे मानसिक और भौतिक शक्ति प्राप्त करने के लिए विशेष रूप से पढ़ा जाता है। यह उन लोगों के लिए एक शक्तिशाली हनुमान मंत्र है जो जीवन में बाधाओं का सामना कर रहे हैं और भगवान हनुमान से सहायता की कामना करते हैं।
॥ विनियोग ॥
ॐ अस्य श्री हनुमान् वडवानल-स्तोत्र-मन्त्रस्य श्रीरामचन्द्र ऋषिः !
श्रीहनुमान् वडवानल देवता, ह्रां बीजम्, ह्रीं शक्तिं, सौं कीलकं !!
मम समस्त विघ्न-दोष-निवारणार्थे, सर्व-शत्रुक्षयार्थे ॥
सकल-राज-कुल-संमोहनार्थे, मम समस्त-रोग-प्रशमनार्थम् !
आयुरारोग्यैश्वर्याऽभिवृद्धयर्थं समस्त-पाप-क्षयार्थं !!
श्रीसीतारामचन्द्र-प्रीत्यर्थं च हनुमद् वडवानल-स्तोत्र जपमहं करिष्ये ॥
॥ ध्यान ॥
मनोजवं मारुत-तुल्य-वेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठं !
वातात्मजं वानर-यूथ-मुख्यं श्रीरामदूतम् शरणं प्रपद्ये ॥
ॐ ह्रां ह्रीं ॐ नमो भगवते श्रीमहा-हनुमते प्रकट-पराक्रम !
सकल-दिङ्मण्डल-यशोवितान-धवलीकृत-जगत-त्रितय ॥
वज्र-देह रुद्रावतार लंकापुरीदहय उमा-अर्गल-मंत्र !
उदधि-बंधन दशशिरः कृतान्तक सीताश्वसन वायु-पुत्र ॥
अञ्जनी-गर्भ-सम्भूत श्रीराम-लक्ष्मणानन्दकर कपि-सैन्य-प्राकार !
सुग्रीव-साह्यकरण पर्वतोत्पाटन कुमार-ब्रह्मचारिन् गंभीरनाद ॥
सर्व-पाप-ग्रह-वारण-सर्व-ज्वरोच्चाटन डाकिनी-शाकिनी-विध्वंसन !
ॐ ह्रां ह्रीं ॐ नमो भगवते महावीर-वीराय सर्व-दुःख निवारणाय ॥
ग्रह-मण्डल सर्व-भूत-मण्डल सर्व-पिशाच-मण्डलोच्चाटन !
भूत-ज्वर-एकाहिक-ज्वर, द्वयाहिक-ज्वर, त्र्याहिक-ज्वर ॥
चातुर्थिक-ज्वर, संताप-ज्वर, विषम-ज्वर, ताप-ज्वर !
माहेश्वर-वैष्णव-ज्वरान् छिन्दि-छिन्दि यक्ष ब्रह्म-राक्षस !!
भूत-प्रेत-पिशाचान् उच्चाटय-उच्चाटय स्वाहा ॥
ॐ ह्रां ह्रीं ॐ नमो भगवते श्रीमहा-हनुमते !
ॐ ह्रां ह्रीं ह्रूं ह्रैं ह्रौं ह्रः आं हां हां हां हां ॥
ॐ सौं एहि एहि ॐ हं ॐ हं ॐ हं ॐ हं !
ॐ नमो भगवते श्रीमहा-हनुमते श्रवण-चक्षुर्भूतानां ॥
शाकिनी डाकिनीनां विषम-दुष्टानां सर्व-विषं हर हर !
आकाश-भुवनं भेदय भेदय छेदय छेदय मारय मारय ॥
शोषय शोषय मोहय मोहय ज्वालय ज्वालय !
प्रहारय प्रहारय शकल-मायां भेदय भेदय स्वाहा ॥
ॐ ह्रां ह्रीं ॐ नमो भगवते महा-हनुमते सर्व-ग्रहोच्चाटन !
परबलं क्षोभय क्षोभय सकल-बंधन मोक्षणं कुर-कुरु ॥
शिरः-शूल गुल्म-शूल सर्व-शूलान्निर्मूलय निर्मूलय !
नागपाशानन्त-वासुकि-तक्षक-कर्कोटकालियान् !!
यक्ष-कुल-जगत-रात्रिञ्चर-दिवाचर-सर्पान्निर्विषं कुरु-कुरु स्वाहा ॥
ॐ ह्रां ह्रीं ॐ नमो भगवते महा-हनुमते !
राजभय चोरभय पर-मन्त्र-पर-यन्त्र-पर-तन्त्र ॥
पर-विद्याश्छेदय छेदय सर्व-शत्रून्नासय !
नाशय असाध्यं साधय साधय हुं फट् स्वाहा ॥
हनुमान वडवानल स्तोत्र PDF (Hanuman Vadvanal Stotra PDF)
जो लोग नियमित रूप से हनुमान वडवानल स्तोत्र का पाठ करना चाहते हैं, उनके लिए PDF फॉर्मेट में इसे प्राप्त करना एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। हनुमान वडवानल स्तोत्र PDF आपको इस स्तोत्र को कहीं भी, कभी भी पढ़ने का अवसर देता है, चाहे आप यात्रा कर रहे हों, घर पर हों या ऑफिस में हों। आप इसे विभिन्न भाषाओं में, जैसे हिंदी और अंग्रेजी, में डाउनलोड कर सकते हैं और अपने पसंदीदा रूप में इसका पाठ कर सकते हैं।
आप हमारी वेबसाइट्स से यह PDF डाउनलोड कर सकते हैं, जहां यह स्तोत्र अर्थ के साथ उपलब्ध होता है। हनुमान वडवानल स्तोत्र PDF को डाउनलोड करना यह सुनिश्चित करता है कि आप कभी भी इस शक्तिशाली प्रार्थना को पढ़ने से चूक न जाएं।
यदि आप हनुमान भक्त है तो आपको अवश्य हमारे बाकी पोस्ट भी पसंद आएंगी जैसे हनुमान चालीसा लिरिक्स, हनुमान श्लोक, हनुमान भजन, हनुमान आरती आदि।
हनुमान वडवानल स्तोत्र का अर्थ: स्तोत्र की शक्ति को समझना (Meaning of Hanuman Vadvanal Stotra)
जब आप हनुमान वडवानल स्तोत्र का पाठ उसके अर्थ के साथ करते हैं, तो इसका प्रभाव और भी बढ़ जाता है। यह स्तोत्र भगवान हनुमान की शक्ति, साहस और उनके भगवान राम के प्रति समर्पण का बखान करता है। इसका कुछ महत्वपूर्ण अर्थ इस प्रकार है:
- पवित्रता: इस स्तोत्र में हनुमान जी की ऊर्जा को जलती हुई आग से तुलना की गई है, जो सभी नकारात्मकता और मानसिक अशुद्धियों को नष्ट कर देती है। इससे मानसिक शांति और सकारात्मकता प्राप्त होती है।
- सुरक्षा: हनुमान जी से प्रार्थना की जाती है कि वह अपने भक्त को हर प्रकार के खतरों से बचाएं और जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करें।
- शक्ति और साहस: यह स्तोत्र हनुमान जी की शक्ति और साहस की उपासना करता है, जिससे भक्तों को अपनी कठिनाइयों का सामना करने का साहस मिलता है।
- भगवान राम के प्रति भक्ति: हनुमान जी की भगवान राम के प्रति असीम भक्ति को स्तोत्र में विशेष रूप से उजागर किया गया है, जिससे हमें भी भक्ति, समर्पण और निष्ठा का आदर्श मिलता है।
हनुमान वडवानल स्तोत्र के अर्थ को समझकर, आप इस प्रार्थना को और अधिक प्रभावी और सशक्त तरीके से पढ़ सकते हैं।
हनुमान वडवानल स्तोत्र के लाभ: क्यों इसे पढ़ें (Benefits of Chanting Hanuman Vadvanal Stotra)
हनुमान वडवानल स्तोत्र के कई लाभ हैं, जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास में मदद करते हैं। इसके कुछ प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं:
- बुरी शक्तियों से सुरक्षा: यह स्तोत्र विशेष रूप से नकारात्मक ऊर्जा, काले जादू और बुरी शक्तियों से सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रसिद्ध है। यह आपके चारों ओर एक दिव्य कवच बना देता है।
- बाधाओं का नाश: नियमित रूप से हनुमान वडवानल स्तोत्र का पाठ करने से जीवन में आने वाली सभी प्रकार की बाधाओं और समस्याओं का समाधान होता है। यह कार्यों में सफलता प्राप्त करने में सहायक होता है।
- मानसिक शांति और स्पष्टता: इस स्तोत्र का पाठ मानसिक स्पष्टता लाता है और मानसिक तनाव को कम करता है। यह तनाव और चिंता को कम कर मानसिक शांति और संतुलन प्रदान करता है।
- स्वास्थ्य में सुधार: बहुत से भक्तों का कहना है कि इस स्तोत्र के पाठ से शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। यह न केवल मानसिक शांति, बल्कि शारीरिक लाभ भी प्रदान करता है।
- साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि: हनुमान जी के अद्भुत साहस और शक्ति को देखकर भक्तों में भी साहस और आत्मविश्वास की वृद्धि होती है। यह उन्हें जीवन की कठिनाइयों का डटकर सामना करने की शक्ति देता है।
हनुमान वडवानल स्तोत्र प्रयोग: इसकी शक्ति को आजमाना (How to chant Hanuman Vadvanal Stotra)
हमारी वेबसाइट के ही कई भक्तों ने यह अनुभव किया है कि हनुमान वडवानल स्तोत्र के नियमित पाठ से उनके जीवन में अद्भुत बदलाव आए हैं। यह हनुमान वडवानल स्तोत्र प्रयोग वह है, जिसमें लोग विश्वास के साथ इसे पढ़ते हैं और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन देखते हैं। काफी सारे पाठकों ने हमें संदेश लिखे है कि हनुमान वडवानल स्तोत्र ने उनके जीवन में कई तरह के अच्छे बदलाव लाए है। अब वह हमेशा खुश रहते है अथवा उनकी जिंदगी में अब कोई परेशानी उन्हें ज्यादा बड़ी नहीं लगती।
यदि आप भी किसी कठिन परिस्थिति से गुजर रहे हैं, तो आप स्वयं हनुमान वडवानल स्तोत्र प्रयोग करके इसके लाभों का अनुभव कर सकते हैं। नियमित रूप से इस स्तोत्र का पाठ करें और देखें कि यह आपके जीवन में किस प्रकार के चमत्कारी परिणाम लाता है।
हनुमान वडवानल स्तोत्र हिंदी में: हिंदी भाषा में पाठ
यदि आप हनुमान वडवानल स्तोत्र को हिंदी में पढ़ना चाहते हैं, तो यह संस्करण आसानी से उपलब्ध है। हिंदी में यह स्तोत्र अधिक अर्थपूर्ण और भक्तिपूर्वक लगता है, खासकर उनके लिए जो हिंदी भाषा में सहज महसूस करते हैं अथवा उनकी हिंदी अच्छी हो। हनुमान वडवानल स्तोत्र हिंदी में ऑनलाइन विभिन्न साइट्स पर उपलब्ध है, परन्तु हमने सबसे बेहतरीन तरीके से यहां लिखा है कि हिंदी भाषी भक्त आसानी से इसका पाठ कर सकते हैं। हमने आज के युवा को ध्यान में रखते हुए इस हनुमान वडवानल स्तोत्र को सरल भाषा में अपने पाठकों के लिए लिखा है।
निष्कर्ष: हनुमान वडवानल स्तोत्र की दिव्य शक्ति का लाभ उठाएं
हनुमान वडवानल स्तोत्र सिर्फ एक प्रार्थना ही नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली उपकरण भी है जो भक्ति, सुरक्षा और बाधाओं के नाश के लिए प्रयोग किया जाता है। आप इसे हिंदी, अंग्रेजी, या अपनी पसंदीदा भाषा में पढ़ सकते हैं, और यह आपकी मानसिक शांति, शक्ति और आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करेगा।
हनुमान वडवानल स्तोत्र PDF एक बेहतरीन संसाधन है, जो आपको इसे कहीं भी और कभी भी पढ़ने का अवसर देता है। इसके अर्थ को समझकर और प्रयोग करके, आप इसकी शक्ति का पूरी तरह से लाभ उठा सकते हैं।
हम प्रार्थना करते हैं कि भगवान हनुमान आपको शक्ति, सुरक्षा और साहस दें, और आपके जीवन को सफल और खुशहाल बनाएं।
हनुमान वडवानल स्तोत्र पर FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
प्रश्न 1: हनुमान वडवानल स्तोत्र का पाठ क्यों किया जाता है?
उत्तर: इस स्तोत्र का पाठ बाधाओं को दूर करने, भय और नकारात्मक ऊर्जा से बचाने, और साहस, आत्मविश्वास व शांति प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
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प्रश्न 2: हनुमान वडवानल स्तोत्र कब पढ़ना चाहिए?
उत्तर: इस स्तोत्र का पाठ मंगलवार या शनिवार को करना सबसे शुभ माना जाता है। इसे ब्रह्ममुहूर्त (सुबह जल्दी) या हनुमानजी के पूजा समय पर पढ़ा जा सकता है।
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प्रश्न 3: क्या हनुमान वडवानल स्तोत्र हर कोई पढ़ सकता है?
उत्तर: हां, यह स्तोत्र सभी के लिए है। लेकिन इसे श्रद्धा और सही उच्चारण के साथ पढ़ना आवश्यक है।
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प्रश्न 4: हनुमान वडवानल स्तोत्र कहां से प्राप्त करें?
उत्तर: हनुमान वडवानल स्तोत्र के पाठ को आप धार्मिक पुस्तकों, ऑनलाइन वेबसाइटों, या पीडीएफ फॉर्मेट में डाउनलोड कर सकते हैं। इसे कई यूट्यूब चैनलों पर भी सुना जा सकता है।
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प्रश्न 5: क्या हनुमान वडवानल स्तोत्र का पाठ विशेष परिस्थितियों में किया जा सकता है?
उत्तर: हां, यह स्तोत्र विशेष रूप से तब प्रभावी है जब व्यक्ति को बाधाओं, बुरे स्वप्न, या भयावह परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा हो।
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प्रश्न 6: क्या हनुमान वडवानल स्तोत्र का पाठ करने के लिए किसी विशेष नियम का पालन करना चाहिए?
उत्तर: पाठ करते समय पवित्रता, श्रद्धा और सही उच्चारण का ध्यान रखना चाहिए। साथ ही, भगवान हनुमान की मूर्ति या तस्वीर के सामने दीपक जलाकर पाठ करना शुभ होता है।
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प्रश्न 7: क्या हनुमान वडवानल स्तोत्र को याद करना कठिन है?
उत्तर: यदि इसे नियमित रूप से पढ़ा जाए, तो इसे याद करना आसान हो जाता है। इसके छोटे-छोटे श्लोक इसे सरल बनाते हैं।
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प्रश्न 8: हनुमान वडवानल स्तोत्र का पाठ कितनी बार करना चाहिए?
उत्तर: आप इसे प्रतिदिन एक बार या जरूरत अनुसार तीन, पांच या सात बार पढ़ सकते हैं। यह आपकी समस्या और उद्देश्य पर निर्भर करता है। नियमित पाठ से जल्दी परिणाम मिलते हैं।
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प्रश्न 9: क्या इसे केवल मंगलवार और शनिवार को पढ़ा जा सकता है?
उत्तर: नहीं, इसे किसी भी दिन पढ़ा जा सकता है। हालांकि, मंगलवार और शनिवार भगवान हनुमान को समर्पित दिन हैं, इसलिए इन दिनों पाठ करना अधिक फलदायी माना जाता है।
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प्रश्न 10: हनुमान वडवानल स्तोत्र का पाठ करने के लिए क्या हनुमान चालीसा याद होना आवश्यक है?
उत्तर: नहीं, हनुमान चालीसा का याद होना आवश्यक नहीं है। दोनों अलग-अलग स्तोत्र हैं। हालांकि, यदि आप हनुमान चालीसा भी पढ़ते हैं, तो यह आपके पूजा-अर्चना को और प्रभावी बना सकता है।
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प्रश्न 11: हनुमान वडवानल स्तोत्र का पाठ कितने समय में पूरा हो जाता है?
उत्तर: इसका पाठ करने में लगभग 10-15 मिनट लगते हैं। यदि आप इसे शुद्ध उच्चारण और ध्यान के साथ पढ़ते हैं, तो यह समय थोड़ा अधिक हो सकता है।
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प्रश्न 12: क्या हनुमान वडवानल स्तोत्र का पाठ घर पर किया जा सकता है?
उत्तर: हां, इसे घर पर आसानी से किया जा सकता है। सुनिश्चित करें कि आप साफ-सुथरी जगह पर, शांत मन और श्रद्धा के साथ पाठ करें।
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प्रश्न 13: क्या इसका पाठ किसी विशेष दिशा की ओर मुख करके करना चाहिए?
उत्तर: पाठ करते समय पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करना शुभ माना जाता है। यह ऊर्जा और एकाग्रता को बढ़ाता है।
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प्रश्न 14: क्या हनुमान वडवानल स्तोत्र को सुनने मात्र से लाभ होता है?
उत्तर: हां, इसे सुनने से भी सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। लेकिन पाठ करने से मानसिक एकाग्रता बढ़ती है और इसका प्रभाव अधिक होता है।
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प्रश्न 15: क्या हनुमान वडवानल स्तोत्र समूह में पढ़ा जा सकता है?
उत्तर: हां, इसे समूह में भी पढ़ा जा सकता है। समूह में पाठ करने से सामूहिक ऊर्जा का निर्माण होता है, जिससे इसका प्रभाव अधिक होता है।
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प्रश्न 16: क्या हनुमान वडवानल स्तोत्र का पाठ केवल पुरुष कर सकते हैं?
उत्तर: नहीं, इसे पुरुष और महिलाएं दोनों पढ़ सकते हैं। भगवान हनुमान की पूजा में लिंग, उम्र या जाति का कोई भेदभाव नहीं है।
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प्रश्न 17: क्या हनुमान वडवानल स्तोत्र का पाठ करने से शत्रु बाधाएं समाप्त होती हैं?
उत्तर: हां, यह स्तोत्र शत्रु बाधाओं, बुरी नजर और अन्य नकारात्मक प्रभावों को दूर करने में अत्यंत प्रभावी माना जाता है।
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प्रश्न 18: क्या हनुमान वडवानल स्तोत्र का पाठ धन-संपत्ति प्राप्ति में मदद करता है?
उत्तर: इसका मुख्य उद्देश्य सुरक्षा और बाधाओं का निवारण करना है। हालांकि, जब मन शांत और आत्मविश्वास से भरा हो, तो धन-संपत्ति प्राप्ति के प्रयास भी सफल होते हैं।
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प्रश्न 19: हनुमान वडवानल स्तोत्र के साथ और कौन से मंत्र या स्तोत्र पढ़े जा सकते हैं?
उत्तर: आप हनुमान चालीसा, हनुमान अष्टक, और बजरंग बाण का पाठ भी साथ में कर सकते हैं। यह आपकी पूजा को और अधिक प्रभावी बनाएगा।
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प्रश्न 20: क्या हनुमान वडवानल स्तोत्र का पाठ मानसिक शांति प्रदान करता है?
उत्तर: हां, नियमित रूप से इसका पाठ करने से मानसिक तनाव दूर होता है, आत्मविश्वास बढ़ता है, और मन में शांति का अनुभव होता है।
नमस्ते, मैं सिमरन, हिंदू प्राचीन इतिहास और संस्कृति की गहन अध्येता और लेखिका हूँ। मैंने इस क्षेत्र में वर्षों तक शोध किया है और अपने कार्यों के लिए कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किए हैं। मेरा उद्देश्य हिंदू धर्म के शास्त्रों, मंत्रों, और परंपराओं को प्रामाणिक और सरल तरीके से पाठकों तक पहुँचाना है। मेरे साथ जुड़ें और प्राचीन भारतीय ज्ञान की गहराई में उतरें।🚩🌸🙏