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दशहरे पर खास व्यंजन और मिठाइयाँ

दशहरे पर खास व्यंजन और मिठाइयाँ हमारे भारतीय त्योहारों की परंपरा में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और इसी अवसर पर घरों में तरह-तरह के पकवान और मिठाइयाँ बनाकर भगवान को भोग लगाया जाता है तथा परिवार और मित्रों के साथ बांटा जाता है।

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नीचे हम विस्तार से देखेंगे कि दशहरे पर खास व्यंजन और मिठाइयाँ कौन-कौन सी होती हैं और उनका क्या महत्व है।

दशहरे पर खास व्यंजन क्यों बनाए जाते हैं?

  • दशहरा विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है, जो राम जी की रावण पर विजय का दिन है।
  • इस दिन लोग नए कार्यों की शुरुआत करते हैं और परिवार के साथ मिलकर उत्सव मनाते हैं।
  • व्यंजन और मिठाइयाँ बनाना समृद्धि और खुशी का प्रतीक माना जाता है।
  • घर में पकवान बनने से सकारात्मक माहौल बनता है और सब एक साथ बैठकर भोजन करते हैं।

दशहरे पर बनने वाले मुख्य पकवान 🍲

(क) पूरी और कचौरी

  • दशहरे पर सबसे ज्यादा बनाई जाने वाली डिश है पूरी और आलू की सब्ज़ी
  • कई जगह उड़द दाल की कचौरी और चना दाल की कचौरी बनाई जाती है।
  • इसे खासतौर पर भगवान को भोग लगाने के बाद परिवार के साथ खाया जाता है।

(ख) खिचड़ी

  • उत्तर भारत के कई हिस्सों में दशहरे पर खिचड़ी बनाने की परंपरा है।
  • इसमें दाल, चावल और देसी घी का इस्तेमाल होता है।
  • इसे पूजा के बाद प्रसाद के रूप में बांटा जाता है।

(ग) पकोड़े और पकौड़ी

  • आलू, प्याज और हरी मिर्च के पकोड़े दशहरे के भोजन में शामिल किए जाते हैं।
  • यह स्नैक्स के रूप में शाम को खाए जाते हैं।

(घ) विशेष दालें और सब्ज़ियाँ

  • दशहरे पर कद्दू की सब्ज़ी, चना दाल और लौकी की सब्ज़ी विशेष रूप से बनाई जाती है।
  • इन व्यंजनों का धार्मिक महत्व भी है क्योंकि इन्हें भगवान को भोग चढ़ाया जाता है।

दशहरे की पारंपरिक मिठाइयाँ 🍬

(क) जलेबी

  • दशहरे की सबसे पसंदीदा मिठाई है जलेबी
  • इसे खासतौर पर गर्मागर्म दूध के साथ खाया जाता है।
  • विजयदशमी पर जलेबी का भोग लगाने की परंपरा भी कई जगह है।

(ख) गुलाब जामुन

  • मुलायम और मीठे गुलाब जामुन दशहरे की मिठाई में खास स्थान रखते हैं।
  • कई लोग घर पर इन्हें बनाते हैं जबकि कई बाजार से खरीदकर लाते हैं।

(ग) लड्डू

  • बेसन के लड्डू, मोतीचूर के लड्डू दशहरे पर खास तौर पर बनाए जाते हैं।
  • यह भगवान गणेश और माता लक्ष्मी को प्रसाद के रूप में चढ़ाए जाते हैं।

(घ) खीर

  • दशहरे की पारंपरिक मिठाई है चावल की खीर
  • इसे दूध, चीनी, मेवा और इलायची डालकर बनाया जाता है।
  • यह मिठाई समृद्धि और खुशी का प्रतीक मानी जाती है।

(ङ) बर्फी और पेड़ा

  • काजू कतली, नारियल बर्फी और दूध से बने पेड़े भी दशहरे की मिठाइयों में गिने जाते हैं।

क्षेत्रवार खास पकवान और मिठाइयाँ

  • उत्तर भारत – पूरी-कचौरी, आलू की सब्ज़ी, खीर और जलेबी
  • पश्चिम भारत (महाराष्ट्र, गुजरात) – श्रीखंड, पूरणपोली और बेसन लड्डू
  • दक्षिण भारत – पायसम (खीर), नारियल से बनी मिठाइयाँ और इडली-डोसा
  • पूर्व भारत (बंगाल, ओडिशा) – रसगुल्ला, संदेश और चावल से बने पकवान

दशहरे के पकवान और स्वास्थ्य

  • ज्यादातर व्यंजन घी, दूध और मेवों से बनते हैं, जो सेहत के लिए लाभकारी हैं।
  • मिठाइयाँ ऊर्जा देती हैं और उत्सव का आनंद बढ़ाती हैं।
  • संतुलित मात्रा में खाने से ये व्यंजन शरीर को पोषण भी देते हैं।

निष्कर्ष

दशहरे पर खास व्यंजन और मिठाइयाँ सिर्फ खाने के लिए नहीं बल्कि परंपरा, आस्था और परिवार को जोड़ने का माध्यम हैं। इस दिन बनने वाले पकवान भगवान को अर्पित किए जाते हैं और फिर प्रसाद के रूप में सबके साथ बांटे जाते हैं।

त्योहार का असली महत्व तभी है जब हम साथ बैठकर भोजन करें और मिठास को सबके साथ साझा करें।

FAQs – दशहरे पर खास व्यंजन और मिठाइयाँ

Q1. दशहरे पर खास व्यंजन और मिठाइयाँ क्यों बनाए जाते हैं?
👉 दशहरे पर खास व्यंजन और मिठाइयाँ बनाना समृद्धि, खुशहाली और भगवान को प्रसन्न करने का प्रतीक है। यह दिन अच्छाई की जीत और नई शुरुआत का होता है।

Q2. दशहरे पर सबसे ज्यादा कौन सा व्यंजन बनाया जाता है?
👉 सबसे आम व्यंजन है पूरी और आलू की सब्ज़ी। कई जगह कचौरी और दाल भी विशेष रूप से बनाई जाती है।

Q3. दशहरे की पारंपरिक मिठाइयाँ कौन-कौन सी हैं?
👉 जलेबी, गुलाब जामुन, लड्डू, खीर, बर्फी और पेड़ा दशहरे की पारंपरिक मिठाइयाँ मानी जाती हैं।

Q4. क्या हर राज्य में दशहरे पर एक जैसे व्यंजन बनते हैं?
👉 नहीं, हर राज्य की अपनी परंपरा है। उत्तर भारत में पूरी-कचौरी और खीर, महाराष्ट्र में पूरणपोली, बंगाल में रसगुल्ला और दक्षिण भारत में पायसम बनाया जाता है।

Q5. दशहरे पर जलेबी खाने का क्या महत्व है?
👉 जलेबी को विजय और मिठास का प्रतीक माना जाता है। इसलिए इसे विजयदशमी के दिन खासतौर पर बनाया और खाया जाता है।

Q6. दशहरे पर बनने वाले व्यंजन क्या स्वास्थ्यवर्धक होते हैं?
👉 हाँ, ज्यादातर व्यंजन घी, दूध और मेवों से बनते हैं, जो शरीर को ऊर्जा और पोषण देते हैं।

Q7. क्या दशहरे की मिठाइयाँ घर पर बनाई जा सकती हैं?
👉 बिल्कुल, लड्डू, खीर, बर्फी और गुलाब जामुन जैसी मिठाइयाँ घर पर आसानी से बनाई जा सकती हैं।

Q8. दशहरे पर कौन-कौन से व्यंजन भगवान को भोग के रूप में चढ़ाए जाते हैं?
👉 पूरी, कचौरी, खीर, लड्डू और मौसमी फल अक्सर भगवान को भोग स्वरूप अर्पित किए जाते हैं।

Q9. दशहरे पर खास व्यंजन और मिठाइयाँ परिवार में कैसे बांटी जाती हैं?
👉 पूजा के बाद सबसे पहले भगवान को प्रसाद चढ़ाया जाता है, फिर घर के सदस्य और मेहमान मिलकर इसे खाते हैं और प्रसाद स्वरूप बांटते हैं।

Q10. क्या दशहरे पर बाजार से मिठाई खरीदना ठीक है?
👉 हाँ, लेकिन घर पर बनी मिठाइयाँ अधिक शुद्ध और पारंपरिक मानी जाती हैं। फिर भी, समय की कमी होने पर बाजार से भी मिठाई ली जा सकती है।

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