नवरात्रि के दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं – यह सवाल हर व्रत करने वाले व्यक्ति के मन में आता है। नवरात्रि सिर्फ पूजा और देवी आराधना का पर्व नहीं है, बल्कि यह शरीर को शुद्ध करने और सात्विक जीवन अपनाने का भी समय है। इस दौरान खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि सही आहार न केवल स्वास्थ्य को बनाए रखता है बल्कि मानसिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा भी देता है।
✅ नवरात्रि में क्या खाना चाहिए
- फल और ड्राई फ्रूट्स
- सेब, केला, पपीता, अमरूद, अनार जैसे फल खा सकते हैं।
- ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम, काजू, किशमिश, अखरोट ऊर्जा और ताकत देते हैं।
- सेब, केला, पपीता, अमरूद, अनार जैसे फल खा सकते हैं।
- साबूदाना
- साबूदाना खिचड़ी, साबूदाना वडा और खीर व्रत के लिए लोकप्रिय हैं।
- यह कार्बोहाइड्रेट और ऊर्जा का अच्छा स्रोत है।
- साबूदाना खिचड़ी, साबूदाना वडा और खीर व्रत के लिए लोकप्रिय हैं।
- कुट्टू और सिंहाड़े का आटा
- कुट्टू के पराठे, पूड़ी और पकौड़े खाए जा सकते हैं।
- सिंहाड़े के आटे से हलवा और पूरी बनती है।
- कुट्टू के पराठे, पूड़ी और पकौड़े खाए जा सकते हैं।
- मखाना (फॉक्स नट्स)
- भुना हुआ मखाना या मखाने की खीर व्रत के दौरान हल्का और पौष्टिक नाश्ता है।
- भुना हुआ मखाना या मखाने की खीर व्रत के दौरान हल्का और पौष्टिक नाश्ता है।
- सेंधा नमक
- व्रत में साधारण नमक नहीं खाया जाता, सिर्फ सेंधा नमक का उपयोग करें।
- यह सेहत के लिए भी फायदेमंद है।
- व्रत में साधारण नमक नहीं खाया जाता, सिर्फ सेंधा नमक का उपयोग करें।
- दूध और दूध से बने पदार्थ
- दही, लस्सी, पनीर, छाछ और दूध की खीर व्रत में उत्तम भोजन माने जाते हैं।
- दही, लस्सी, पनीर, छाछ और दूध की खीर व्रत में उत्तम भोजन माने जाते हैं।
- शकरकंद और आलू
- उबला हुआ आलू, शकरकंद की चाट, टिक्की या सब्जी खा सकते हैं।
- उबला हुआ आलू, शकरकंद की चाट, टिक्की या सब्जी खा सकते हैं।
❌ नवरात्रि में क्या नहीं खाना चाहिए
- अनाज (गेहूं, चावल, दालें)
- सामान्य अनाज और दालें व्रत में वर्जित हैं।
- इनकी जगह कुट्टू, राजगीरा या सिंहाड़े का आटा खाएं।
- सामान्य अनाज और दालें व्रत में वर्जित हैं।
- प्याज और लहसुन
- यह तामसिक भोजन माना जाता है और व्रत में नहीं खाया जाता।
- यह तामसिक भोजन माना जाता है और व्रत में नहीं खाया जाता।
- मांसाहार और शराब
- मांस, मछली, अंडा और शराब नवरात्रि में सख्ती से वर्जित है।
- यह शरीर और मन की शुद्धि को प्रभावित करता है।
- मांस, मछली, अंडा और शराब नवरात्रि में सख्ती से वर्जित है।
- प्रोसेस्ड और जंक फूड
- पैकेट वाले स्नैक्स, फास्ट फूड, बर्गर, पिज़्ज़ा और कोल्ड ड्रिंक से बचें।
- पैकेट वाले स्नैक्स, फास्ट फूड, बर्गर, पिज़्ज़ा और कोल्ड ड्रिंक से बचें।
- साधारण नमक (टेबिल सॉल्ट)
- व्रत में केवल सेंधा नमक ही मान्य है, साधारण नमक नहीं।
- व्रत में केवल सेंधा नमक ही मान्य है, साधारण नमक नहीं।
🌿 नवरात्रि के खानपान के नियम
- दिनभर हल्का और पौष्टिक भोजन करें।
- अधिक तला-भुना खाने से बचें।
- पानी और नारियल पानी ज्यादा पिएं।
- फल और दूध आधारित आहार लें।
- मानसिक शांति के लिए सात्विक भोजन अपनाएं।
🧘♀️ स्वास्थ्य लाभ
- डिटॉक्सिफिकेशन – व्रत के दौरान हल्का और सात्विक भोजन शरीर को शुद्ध करता है।
- ऊर्जा में वृद्धि – फल, मखाने और ड्राई फ्रूट्स तुरंत ऊर्जा देते हैं।
- पाचन शक्ति में सुधार – सात्विक भोजन से पेट हल्का रहता है और पाचन बेहतर होता है।
- मानसिक शांति – व्रत का भोजन मन को शांत और सकारात्मक बनाता है।
🎯 निष्कर्ष
नवरात्रि सिर्फ उपवास का समय नहीं है, बल्कि यह सात्विक जीवनशैली अपनाने का अवसर है। अगर आप समझदारी से चुनते हैं कि नवरात्रि के दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, तो यह व्रत आपके शरीर और मन दोनों को शुद्ध करेगा।
नमस्ते, मैं अनिकेत, हिंदू प्राचीन इतिहास में अध्ययनरत एक समर्पित शिक्षक और लेखक हूँ। मुझे हिंदू धर्म, मंत्रों, और त्योहारों पर गहन अध्ययन का अनुभव है, और इस क्षेत्र में मुझे कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। अपने ब्लॉग के माध्यम से, मेरा उद्देश्य प्रामाणिक और उपयोगी जानकारी साझा कर पाठकों की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक यात्रा को समृद्ध बनाना है। जुड़े रहें और प्राचीन हिंदू ज्ञान के अद्भुत संसार का हिस्सा बनें!