हनुमान जी के 12 नाम, उनके अर्थ और शक्तिशाली मंत्रों के साथ जुड़ी जानकारी, जो भक्ति, शक्ति, और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक हैं

 हनुमान जी के 12 नाम, अर्थ एवं उनसे जुड़े शक्तिशाली मंत्र

नमस्कार, क्या आपको पता है कि हमारे परम पूजनीय भगवान हनुमान जी के 1000 से भी ज्यादा नामों की संख्या इंटरनेट पर बताई जाती है। भगवान हनुमान जी के विभिन्न नामों में उनकी विशेषताओं, गुणों और कार्यों को ही शब्द रूप में दर्शाया जाता है। 

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शास्त्र अनुसार हनुमान जी के 108 नाम सबसे प्रसिद्ध है और वही प्रचलित भी हैं, जिनका उपयोग विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों और भजनों में किया जाता है। जिसका उल्लेख हम दूसरे प्रष्ट पर करेंगे।हमारे इस पृष्ठ पर हनुमान जी से जुड़े और भी कई जानकारी प्रदान की गई हैं जैसे कि बजरंग बाण, संकट मोचन हनुमानअष्टक, हनुमान श्लोक, हनुमान चालीसा आदि की जानकारी के लिए यह क्लिक करे।

इस प्रष्ट पर हम हनुमान जी के 12 नाम (12 Names of Hanuman Ji) पर रोशनी डालेंगे जिनके अर्थ और मंत्र भक्त के जीवन के लिए अटयांत आवश्यक है। आपको ये हनुमान जी के 12 नाम इंटरनेट पर कई जगह मिल जाएंगे पर इनसे जुड़े रोचक अर्थ और मंत्र कंही और नही मिलेंगे।

हनुमान जी के 12 नाम (12 Names of Hanuman Ji)

श्री हनुमान भगवान जी के वैसे तो बहुत नाम है पर सबसे ज्यादा चर्चित जो हर भक्त को पता होने चाहिए वो 12 नाम और उनके अर्थ इस प्रकार हैं:

  1. हनुमान

हनुमान का अर्थ है एक मुड़ी हुई जबड़ा (हनु + मान)। 

उनका मंत्र है “ॐ श्री हनुमते नमः।”

  1. अंजनी सुत

अंजनी सुत का अर्थ है देवी अंजना के पुत्र।

उनका मंत्र है “ॐ अंजनी सुताय नमः।”

  1. वायु पुत्र

वायु पुत्र का अर्थ है वायु देवता (हवा/वायु) के पुत्र।

उनका मंत्र है “ॐ वायुपुत्राय नमः।”

  1. महाबल

महाबल का अर्थ है सर्वशक्तिमान।

उनका मंत्र है “ॐ महाबलाय नमः।”

  1. रामेष्ठ

रामेष्ठ का अर्थ है भगवान राम के प्रिय।

उनका मंत्र है “ॐ रामेष्टाय नमः।”

  1. फल्गुन सख

फल्गुन सख का अर्थ है अर्जुन के मित्र – सबसे महान योद्धा – फल्गुन अर्जुन के एक नाम है।

उनका मंत्र है “ॐ फल्गुन सखाय नमः।”

  1. पिंगाक्ष

पिंगाक्ष का अर्थ है भूरा-पीले रंग की आँखों वाला।

उनका मंत्र है “ॐ पिंगाक्षाय नमः।”

  1. अमित विक्रम

अमित विक्रम का अर्थ है जिसका साहस या शक्ति असीमित है।

उनका मंत्र है “ॐ अमितविक्रमाय नमः।”

  1. उद्धिक्रमण

उद्धिक्रमण का अर्थ है जिसने समुद्र (उधधि) को पार किया।

उनका मंत्र है “ॐ उदधिक्रमणाय नमः।”

  1. सीता शोक विनाशन

सीता शोक विनाशन का अर्थ है जिसने देवी सीता का दुःख दूर किया।

उनका मंत्र है “ॐ सीताशोकविनाशनाय नमः।”

  1. लक्ष्मण प्राणदाता

लक्ष्मण प्राणदाता का अर्थ है जिसने भगवान लक्ष्मण को पुनर्जीवित किया।

उनका मंत्र है “ॐ लक्ष्मणप्राणदात्रे नमः।”

  1. दशग्रीव दर्प

दशग्रीव दर्प का अर्थ है जिसने रावण का अहंकार या गर्व नष्ट किया, जो लंका का दस सिर वाला शासक था।

उनका मंत्र है “ॐ दशग्रीवस्य दर्पाय नमः।”

हनुमान जी के 12 नाम जपने का सही तरीका

हनुमान जी के 12 नाम का जप और उनके मंत्रों का सही तरीके से जाप करने से अधिक लाभ मिलता है। मंत्र जपने का तरीका निम्नलिखित है:

1. स्थान और समय का चयन

  • एक शांत और स्वच्छ स्थान का चयन करें।
  • प्रातःकाल (सुबह) या संध्याकाल (शाम) मंत्र जप के लिए सबसे उपयुक्त समय होता है।
  • भगवान हनुमान के चित्र या मूर्ति के सामने दीपक जलाकर जाप शुरू करें।

2. आवश्यक सामग्री

  • लाल आसन पर बैठें।
  • एक तुलसी या रुद्राक्ष माला का उपयोग करें।
  • हनुमान जी को पुष्प, चंदन, और गुड़-चने का भोग लगाएं।

3. जप की विधि

  • हनुमान जी के 12 नाम का तीन बार उच्चारण करें।
  • इसके बाद निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें:
    • हनुमान बीज मंत्र:
      “ॐ ऐं भ्रीं हनुमते श्री राम दूताय नमः”
    • हनुमान गायत्री मंत्र:
      “ॐ आंजनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो हनुमानः प्रचोदयात्।”
    • संकटमोचन मंत्र:
      “ॐ नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा।”
  • मंत्रों का जाप 108 बार (एक माला) करना आदर्श माना जाता है।

4. संकल्प और ध्यान

  • जप से पहले हनुमान जी के चरणों में अपनी समस्याओं और संकल्प को समर्पित करें।
  • ध्यान करते समय भगवान श्रीराम और माता सीता के प्रति हनुमान जी की भक्ति को स्मरण करें।

5. आभार और समापन

  • जप के अंत में भगवान हनुमान को आभार प्रकट करें।
  • अंत में “श्रीराम जय राम जय जय राम” का जप करें।

भगवान हनुमान जी के 12 नाम का जाप करने के लाभ

अंजनी पुत्र भगवान हनुमान के विभिन्न नामों से जुड़े मंत्रों का जाप करने से बहुत लाभ होता हैं, जिनमें से कुछ हम इस प्रष्ट पर शामिल कर रहे हैं:

  1. शक्ति और साहस: हनुमान जी का नाम लेने से शारीरिक एवं मानसिक दोनों रूप से अपार शक्ति मिलती है और भक्त के मन में किसी भी काम के लिए साहस बढ़ता है।
  1. सुरक्षा: भगवान हनुमान जी को नकारात्मक ऊर्जा, भूत प्रेतो और किसी के भी हानिकारक प्रभावों से बचाने वाला एक शक्तिशाली रक्षक कहा जाता है। उनके अलग अलग नाम के मंत्र जाप से भक्त के अंदर भी सुरक्षा की भावना आती है।
  1. अच्छा स्वास्थ्य:अच्छा स्वस्थ बनाए रखने के लिए भी हनुमान जी का महाबल मंत्र – “ॐ महाबलाय नमः” का जाप बार बार करने से भक्त को अत्यंत शक्ति महसूस होती है। भक्त का स्वास्थय अच्छा बना रहता है।
  1. जीवन की समस्याओ का निवारण: श्री हनुमान जी का आशीर्वाद जीवन में विभिन्न संकटों और चुनौतियों पर विजय पाने में सहायता करता है।
  1. मानसिक शांति: उनके नामों का जाप करने से मानसिक शांति मिलती है, तनाव कम होता है और भावनात्मक स्थिरता को बढ़ावा मिलता है।
  1. भक्ति और आध्यात्मिक विकास: यह मनुष्य के जीवन में भक्ति की भावना को बढ़ावा देता है और आध्यात्मिक विकास और ज्ञानोदय में सहायता करता है।
  1. सफलता और समृद्धि: हनुमान जी का आशीर्वाद, जीवन के अनेक प्रयासों में सफलता दिलाता है और धन संपत्ति में समृद्धि लाता है।
  1. बुद्धि और बुद्धिमत्ता: हनुमान मंत्र और चालीसा का प्रतिदिन जाप करने से बुद्धि, ज्ञान और दिमाग कि क्षमता में वृद्धि होती है।
  1. दुख से मुक्ति: हनुमान जी के 12 नाम दुख और पीड़ा को कम कर सकते है, अगर इनसे जुड़े मंत्रो का उच्चारण रोज सही से किया जाए तो।
  1. प्रियजनों की सुरक्षा: उनके मंत्र परिवार और प्रियजनों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित कर सकते हैं। 

भगवान हनुमान के प्रत्येक नाम और संबंधित हनुमान मंत्र का अद्वितीय महत्व है और वे जीवन के विशिष्ट पहलुओं को संबोधित कर सकते हैं, जिससे वे व्यक्तिगत और आध्यात्मिक विकास के लिए शक्तिशाली उपकरण बन जाते हैं।भगवान हनुमान जी के 12 नाम, जिन्हें “हनुमान द्वादशनाम स्तोत्र” के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू परंपरा में पूजनीय हैं। माना जाता है कि इन नामों का जाप करने से हनुमान का आशीर्वाद और सुरक्षा मिलती है।

हनुमान जी के 12 नाम के जप का महत्त्व

हनुमान जी के 12 नाम (हनुमान के 12 नाम) जप करने का महत्त्व अत्यधिक प्रभावशाली माना जाता है। इन नामों का जप न केवल आध्यात्मिक लाभ देता है, बल्कि जीवन के हर पहलू में सकारात्मक ऊर्जा और सफलता प्रदान करता है। हनुमान जी को श्रीराम का भक्त और अद्भुत शक्ति का प्रतीक माना गया है। आइए जानें हनुमान जी के 12 नामों का जप क्यों महत्वपूर्ण है और उनके लाभ:

1. आध्यात्मिक शांति और मानसिक सुकून

हनुमान जी के 12 नामों का जप करने से मन को गहरी शांति और सुकून मिलता है। जब व्यक्ति मानसिक तनाव या परेशानियों से घिरा होता है, तो “हनुमान के 12 नाम” जैसे – अंजनीसुत, वायुपुत्र, रामदूत, और महावीर का जप मानसिक शांति प्रदान करता है। इन नामों का उच्चारण ध्यान और आत्मिक शांति को बढ़ाता है।

2. शक्ति और साहस का विकास

“हनुमान के 12 नाम” व्यक्ति के जीवन में साहस और शक्ति का संचार करते हैं। इन नामों में छुपी ऊर्जा और भक्ति से व्यक्ति आत्मविश्वास के साथ जीवन की कठिनाइयों का सामना करता है। विशेष रूप से, महाबल, पिंगाक्ष, और रामेष्ट जैसे नामों का जप करने से आत्मिक और शारीरिक बल में वृद्धि होती है।

3. रोगों और संकटों से मुक्ति

हनुमान जी के 12 नामों का जप करने से शारीरिक और मानसिक रोग दूर होते हैं। अजर, अमर, और विजितेंद्रिय जैसे नामों का जप संकटों को दूर करने और शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह जप व्यक्ति के जीवन में दीर्घायु और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद लाता है।

4. अपराधों और बाधाओं से मुक्ति

हनुमान जी के नामों का जप हर प्रकार की बाधाओं को दूर करने में सहायक है। जब कोई व्यक्ति संकट में होता है, तो “हनुमान के 12 नाम” जैसे – लंकेश, संकटमोचन, और शूर के जप से उसे समस्याओं से छुटकारा मिलता है।

5. भक्ति का वर्धन

हनुमान जी के नामों का जप भक्ति को गहरा करता है। जब कोई सच्चे मन से “हनुमान के 12 नाम” का जप करता है, तो वह भगवान के प्रति अपनी निष्ठा को मजबूत करता है और आत्मा को परमात्मा से जोड़ने का प्रयास करता है।

6. सकारात्मक ऊर्जा का संचार

हनुमान जी के 12 नामों का जप नकारात्मकता को समाप्त करता है और वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा फैलाता है। जब व्यक्ति इन नामों का जप करता है, तो उसकी ऊर्जा और मनोबल बढ़ता है, जिससे हर कार्य में सफलता मिलती है।

“हनुमान के 12 नाम” का जप करना जीवन को नई दिशा देने और हर संकट से उबारने का एक प्रभावशाली साधन है। इन नामों के जप से न केवल आध्यात्मिक बल्कि भौतिक जीवन में भी अनगिनत लाभ मिलते हैं। यदि आप जीवन में शांति, शक्ति, और भक्ति की तलाश में हैं, तो नियमित रूप से हनुमान जी के 12 नामों का जप अवश्य करें।

FAQs – हनुमान जी के 12 नाम से जुड़े सवाल 

हनुमान जी के 12 नाम का जप हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। ये नाम भगवान हनुमान के गुणों, शक्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। इनके नियमित जाप से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, साहस, और मानसिक शांति प्राप्त होती है। यहां कुछ सामान्य प्रश्न और उनके उत्तर दिए गए हैं, जो हनुमान जी के 12 नाम के महत्व और जाप से जुड़े हैं।


Q1: हनुमान जी के 12 नाम और कौन-कौन से हैं?

A: हनुमान जी के 12 नाम निम्नलिखित हैं:

  1. ओंकार
  2. हनुमत
  3. अंजनीसुत
  4. वायुपुत्र
  5. महाबल
  6. रामदूत
  7. पिंगाक्ष
  8. अमितविक्रम
  9. उदधिक्रमण
  10. सीताशोकविनाशन
  11. लक्ष्मणप्राणदाता
  12. दशग्रीवदर्पहा

Q2: हनुमान जी के 12 नाम का जप क्यों महत्वपूर्ण है?

A: हनुमान जी के 12 नाम का जप मानसिक शांति, साहस, और शक्ति प्राप्त करने का साधन है। यह जाप संकटों को दूर करता है, बाधाओं का निवारण करता है और भक्त को भक्ति और निष्ठा से भर देता है।


Q3: हनुमान जी के 12 नाम का जप कब और कैसे करना चाहिए?

A:

  • सुबह या शाम के समय जाप करना शुभ होता है।
  • भगवान हनुमान की मूर्ति के सामने दीपक जलाकर जाप करें।
  • कम से कम 3 बार और अधिकतम 108 बार (माला) हनुमान जी के 12 नाम का उच्चारण करें।

Q4: क्या हनुमान जी के 12 नामों के साथ मंत्र जपना चाहिए?

A: हां, हनुमान जी के 12 नाम के साथ निम्नलिखित मंत्रों का जाप करने से अधिक लाभ मिलता है:

  1. हनुमान बीज मंत्र:
    “ॐ ऐं भ्रीं हनुमते श्री राम दूताय नमः”
  2. हनुमान गायत्री मंत्र:
    “ॐ आंजनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो हनुमानः प्रचोदयात्।”

Q5: हनुमान जी के 12 नाम का जाप करने से क्या लाभ होते हैं?

A: हनुमान जी के 12 नाम का जाप करने से:

  • मानसिक तनाव और चिंता से राहत मिलती है।
  • जीवन में आने वाले सभी संकट और बाधाएं दूर होती हैं।
  • व्यक्ति को साहस, शक्ति और आत्मविश्वास प्राप्त होता है।
  • भक्ति और आध्यात्मिक ऊर्जा का विकास होता है।

Q6: क्या हनुमान जी के 12 नामों का जप विशेष दिनों पर करना चाहिए?

A: हनुमान जी के 12 नाम का जाप किसी भी दिन किया जा सकता है। हालांकि, मंगलवार और शनिवार को इनका जप विशेष रूप से शुभ माना जाता है।


Q7: क्या हनुमान जी के 12 नामों का जाप हर कोई कर सकता है?

A: हां, हर व्यक्ति चाहे वह किसी भी आयु या पृष्ठभूमि का हो, हनुमान जी के 12 नाम का जाप कर सकता है। इसे करने के लिए केवल श्रद्धा और सच्चे मन की आवश्यकता है।


Q8: हनुमान जी के 12 नाम का जप करने का सबसे सरल तरीका क्या है?

A:

  1. एक शांत स्थान पर बैठें।
  2. हनुमान जी की मूर्ति के सामने लाल आसन पर बैठकर जाप करें।
  3. पहले हनुमान जी के 12 नाम पढ़ें और फिर किसी एक मंत्र का 108 बार जाप करें।
  4. जाप के अंत में हनुमान जी को धन्यवाद दें।

Q9: हनुमान जी के 12 नाम के जाप के बाद क्या करना चाहिए?

A: जाप के बाद:

  • भगवान हनुमान को प्रसाद अर्पित करें।
  • “श्रीराम जय राम जय जय राम” का जाप करें।
  • अपनी प्रार्थना में आभार व्यक्त करें।

हनुमान जी के 12 नाम का जाप करने से न केवल मानसिक और शारीरिक लाभ होते हैं, बल्कि भक्त को भगवान हनुमान का विशेष आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। यह एक साधारण लेकिन प्रभावी साधना है, जो जीवन में शांति और सकारात्मकता लाती है।

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